Sunday, December 14, 2014

जो मुसलमान सिर्फ BPL कार्ड बनवाने के लिए अपना मज़हब छोड़ने को तैयार हो जाएँ .....

जो मुसलमान सिर्फ BPL कार्ड बनवाने के लिए अपना मज़हब छोड़ने
को तैयार हो जाएँ .....
उनका इस्लाम छोड़ना ही बेहतर है ///
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और जो मुस्लिम समाज अपने गरीबों मिसकीनों को इस हालत में
पंहुचा दे
कि
उनके लिए रोटी की कीमत मज़हब से ज्यादा हो जाये ....
उस मुस्लिम समाज को चुल्लू भर पानी में डूब मरना उससे भी बेहतर
है ///
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इस्लाम का स्पष्ट ऐलान है --
" जिस माल पर ज़कात नहीं दी जाती , वह माल बर्बाद हो जाता है . "
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इस तरह "एक " का ईमान बर्बाद होगा ...
और " दूसरे " का माल बर्बाद होगा ...
और इसके लिए
कोई " तीसरा " ज़िम्मेदार नहीं होगा ///
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इसलिए संघ विहिप और बजरंग दल को गाली देना बंद करिए .
मुसलमान अगर अपने गिरेबां में झांक ले ,तो उसे हर सवाल का जवाब
मिल जायेगा .
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" तेरे आमाल से है तेरा पशेमां होना ,
वरना मुश्किल नहीं मुश्किल का आसां होना ' ///
.......मगर इसके बाद भी कहना चाहूँगा कि
अगर वे लोग स्वेच्छा से हिन्दू बनना चाहते हैं तो उन्हें
रोका नहीं जा सकता ....
मगर यदि उन पर दबाव और बलप्रयोग किया जा रहा है
तो सारे मुसलमानों को एक हो कर मुकाबला करना चाहिए ///

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