Tuesday, March 7, 2017

तीन घरों में अल्लाह का कहर कभी भी नाज़िल हो सकता है!


तीन घरों में अल्लाह का कहर कभी भी नाज़िल हो सकता है!!!!!!

एक खुतबे में *हज़रत अली ؓ  फरमाते हैं ……..

तीन घरों में अल्लाह का कहर कभी भी नाज़िल हो सकता है, अल्लाह को सख्त नफरत है इन तीन घरों से

1- जिस घर में औरत की आवाज मर्द की आवाज से उपर (तेज) हो जाए, उस घर को 70,000 फरिश्ते सारा दिन कोसते रहते हैं

2- जिस घर में किसी के हक का मारा हुआ पैसा जमां हुआ हो और उसी मारे हुए हक के पैसों से उस घर की रोशनी ओ तकब्बुर हो

3- जिस घर के लोगों को मेहमानों का आना पसंद नहीं, हज़रत जिबरील ؑ   फरमाते है उस घर की नमाज़ों का सवाब फरिश्ते लिखा नहीं करते

अल्लाह तआला पढ़ने से ज्यादा अमल करने की तौफीक अता फरमाएं …
(आमिन )

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